What is Google AI Bard: गूगल एआई बार्ड क्या हैं, BARD कैसे काम करता है, यह ChatGPT से कैसे अलग है, गूगल बार्ड एआई लॉगिन, बार्ड लॉन्च की तारीख, चैटजीपीटी बनाम गूगल बार्ड, (Google AI Bard Meaning in Hindi, How it Works, Uses, Benefit, Bard ai login link, Artificial Intelligence LaMDA Technology)
Google Bard AI Updates: 2023 में गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने गूगल की नई ऑनलाइन इंटरनेट आधारित एआई चैटबॉट सर्विस बार्ड (Google Bard) की घोषणा कर दी है। शुरू में इस एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल एआई सर्विस को कंपनी द्वारा आवश्यक फीडबैक प्राप्त करने के लिए केवल कुछ यूजर्स के लिए जारी किया गया था। गूगल कंपनी ने 10 मई 2023 को अपने वार्षिक टेक इवेंट Google I/O 2023 में अपने ए.आई. टूल Google Bard को आधिकारिक तौर पर सभी यूजर के लिए लॉन्च कर दिया है। गूगल बार्ड (Google Bard AI) को अब भारत समेत दुनिया के 180 देशों में उपलब्ध करा दिया गया है।
दरअसल, गूगल अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल बार्ड को OpenAI ChatGPT (चैटजीपीटी) को टक्कर देने के लिए लेकर आया है। गूगल बार्ड चैटबॉट क्या है और गूगल ने अचानक इस नई टेक्नोलॉजी की घोषणा करने का फैसला क्यों लिया है? चलिए समझने की कोशिश करते हैं कि आखिर AI बार्ड चैटबॉट क्या है, यह कैसे काम करेगा और ChatGPT से कैसे अलग है।
गूगल बार्ड एआई क्या है (What Is Google Bard AI In Hindi)
क्या है Google Bard AI? बार्ड, गूगल की एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऑनलाइन चैटबॉट सर्विस है, जो कि LaMDA टेक्नोलॉजी पर आधारित है। Google का बार्ड एआई एक संवादात्मक एआई प्रायोगिक चैटबॉट है, जो अपने काम में बेहतर होने के लिए मनुष्यों के साथ बातचीत के माध्यम से ज्ञान प्राप्त करता है। यह डॉयलॉग एप्लीकेशन (संवाद अनुप्रयोगों) के लिए भाषा मॉडल (LaMDA) द्वारा संचालित अगली पीढ़ी की भाषा + वार्तालाप क्षमताओं पर आधारित है। इसे जीपीटी चैट करने के लिए Google का जवाब माना जा रहा है।
क्या है Bard (What is Bard AI Google)
बार्ड LaMDA और गूगल के अपने कन्वर्सेशनल एआई चैटबॉट पर आधारित है। एआई बार्ड, गूगल की एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित चैटबॉट सर्विस है, जो कि LaMDA टेक्नोलॉजी का उपयोग कर इसे बनाया गया है। इसे गूगल कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने “प्रायोगिक संवादी AI सेवा” यानी एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल एआई सर्विस कहा है। और गूगल द्वारा इस साल अपने वार्षिक इवेंट Google I/O 2023 के दौरान 10 मई 2023 को अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल गूगल बार्ड (Google Bard) को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया है। हालांकि इससे पहले इस इसे टेस्टर्स के लिए सेलेक्टिव यूजर के लिए उपलब्ध करा दिया गया था। अन्त में अब सभी आम लोगों के लिए अधिक व्यापक रूप से अधिकतर देशों में उपलब्ध हो गया है।
बार्ड का परिचय (Introduction to Bard AI)
गूगल द्वारा फरवरी 2023 में नेक्स्ट जनरेशन लैंग्वेज एंड कन्वर्सेशन क्षमताओं से लैस टूल लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग ऍप्लिकेशन्स (या संक्षेप में LaMDA) का अनावरण किया था। कंपनी इससे पूर्व भी गहन शोध करके कई ऐसे उत्पादों का निर्माण कर चुकी है जो वास्तव में लोगों की मदद करते हैं।
गूगल बार्ड द्वारा समर्थित भाषाएँ (Languages Supported by Google Bard)
अभी आप अमेरिकी अंग्रेजी के अलावा जापानी और कोरियाई भाषा में बार्ड का उपयोग कर सकते हैं। फ़िलहाल गूगल द्वारा 180 से अधिक देशों में तीन भाषाओं में बार्ड तक पहुंच का विस्तार किया है। जैसा कि गूगल बताया, कि वास्तविक दुनिया के यूजर से प्राप्त फीडबैक के आधार पर बार्ड का इम्प्रूवमेंट करना भी जारी हैं। साथ ही समय के साथ धीरे-धीरे अधिक भाषाओं, देशों और क्षेत्रों तक इसकी पहुंच का विस्तार कर रहे हैं।
गूगल बार्ड एआई का इतिहास (History of Google Bard AI)
लगभग दो साल पहले गूगल ने नए भाषा मॉडल (या संक्षेप में LaMDA) पर कार्य करना शुरू किया था। वास्तव में यह LaMDA द्वारा संचालित एक एक्सपेरिमेंटल कन्वर्सेशनल AI सेवा है जिसे बार्ड कहते हैं। कंपनी ने जानकारी दी है कि Google Bard AI को अब अमेरिका और भारत सहित 180 से ज्यादा देशों में उपलब्ध करा दिया गया है।
बार्ड दुनिया के ज्ञान को भाषा मॉडल की शक्ति, बुद्धि और रचनात्मकता के साथ जोड़ते हैं। यह ताज़ा, उच्च-गुणवत्ता वाली प्रतिक्रियाएँ प्रदान करने के लिए वेब से जानकारी प्राप्त करता है। बार्ड रचनात्मकता के लिए एक आउटलेट और जिज्ञासा के लिए एक लॉन्चपैड हो सकता है, जो आपको नई खोजों को समझाने में मदद करता है।
बार्ड का मतलब क्या होता है (What is the Meaning of Bard)
गूगल कंपनी ने भी यूजर्स के सवालों के सही और सटीक जवाब देने के लिए अपने एआई चैटबॉट को डेवलप किया है और इसका नाम गूगल बार्ड (Bard) रखा गया है।
बार्ड का अर्थ होता है पेशेवर कहानीकार या कवि। अतः एक आदिवासी कवि-गायक जो वीरों और उनके कामों पर विभिन्न प्रकार की रचना और पाठ तैयार करने में कुशल होता है। जो तरह-तरह की ज्ञान की बातें लोगों तक पहुंचाता है। चाहे वह इतिहास या भूगोल से संबंधित हो। इसमें संगीत भी जोड़ा जाता है। इसलिए इसका नाम Google AI बार्ड रखा गया है।
गूगल एआई बार्ड के मुख्य बिंदु (Key Points of Google AI Bard In Hindi)
चैटबॉट का नाम | गूगल एआई बार्ड (Google Bard) |
लॉन्च हुआ | साल 2023 |
प्रारंभिक रिलीज की तारीख | 21 मार्च 2023 |
आधिकारिक लॉन्चिंग डेट | 10 मई 2023 को, वार्षिक इवेंट Google I/O 2023 के दौरान |
स्वामित्व | गूगल, अल्फाबेट (Google Alphabet) |
इसे किसने विकसित किया | गूगल (अल्फाबेट) |
एलान किया | गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई के द्वारा |
अब उपलब्ध है | Google Bard अब 180 से अधिक देशों में उपलब्ध है |
लैंग्वेज सपोर्ट | अंग्रेजी, जापानी, और कोरियाई भाषा |
मुख्य प्रतिद्वन्द्वी | चैट जीपीटी (Chat GPT) |
संचालित और आधारित है | लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लीकेशन (या संक्षेप में LaMDA) |
बार्ड एआई लिंक | https://bard.google.com/ |
आधिकारिक वेबसाइट | https://bard.google.com |
गूगल का एआई बार्ड कैसे काम करेगा (How Google AI Bard Works)
आपको बता दें कि अभी गूगल कंपनी ने सिर्फ इसका टेस्टर (बीटा) वर्ज़न रिलीज़ किया गया है। फिलहाल हर किसी को इसके उपयोग करने की परमिशन नहीं दी गई है। इसलिए आप इसे साइअप नहीं कर सकते हैं। कंपनी के सूत्रों से जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार चैटबॉट की टेस्टिंग की जा रही है। ऐसा कहा जा रहा है कि जल्द ही ये पूरी होने वाली है जिसके बाद इसे सभी के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। अभी इसके बारें में सीमित जानकारी ही उपलब्ध है की ये कैसे काम करता है।
Google बार्ड एआई चैटबॉट का उपयोग कैसे करें (How To Use The Google Bard AI ChatBot)
यदि आप सोच रहे हैं कि अभी गूगल बार्ड एआई चैटबॉट के लिए साइन अप कैसे करें, तो आपको यह जानकर बहुत खुशी हो सकती है कि बार्ड 10 मई 2023 से सार्वजनिक उपयोग के लिए जारी हो चुका है। आप इस गूगल बार्ड टूल को अपने जीमेल अकाउंट से लॉगिन करके इस्तेमाल कर सकते हैं। गूगल का कहना है कि इसकी टेस्टिंग जारी रहेगी और समय समय पर यूजर के फ़ीडबैक के के बाद इसे आने वाले हफ्तों या महीनों में आवश्यक सुधार भी कर दिया जाएगा।
कंपनी का कहना है कि वे बार्ड पर पिछले दो साल से काम कर रहे हैं और यह अभी परीक्षण के अंतिम दौर में है। हालांकि ये बन कर तैयार है और यह अब सभी देशों के यूजर के लिए 10 मई 2023 को ऑफिसियल तौर पर रिलीज हो चुका है। आपको बता दें कि जहां बार्ड को इस साल के वार्षिक Google I/O 2023 इवेंट में कंपनी ने इसकी आधिकारिक लॉन्चिंग की है।
Google बार्ड किसके लिए प्रयोग किया जाता है?
वैसे आपको बता दें कि भारत और दुनियां में एआई चैट टूल का सबसे ज्यादा इस्तेमाल स्कूल और कॉलेज के छात्र नोट्स तैयार करने में कर रहे हैं।
गूगल की एआई तकनीक बार्ड (Google’s Bard AI Technology)
एआई आज के समय की सबसे गहन तकनीक है जिस पर गूगल कंपनी काम कर रही हैं। पिछले कई सालों से गूगल द्वारा एआई में निवेश करना जारी रखा है, और Google एआई और डीपमाइंड अत्याधुनिक व स्टेट ऑफ़ आर्ट टेक्नोलॉजी डेवेलप कर रहा है। एआई इतनी महत्वपूर्ण तकनीक क्यों है, चाहे डॉक्टरों को पहले बीमारियों का पता लगाने में मदद करना हो या लोगों को उनकी अपनी भाषा में जानकारी तक पहुंचने में सक्षम बनाना हो, एआई लोगों, व्यवसायों और समुदायों को उनकी क्षमता को अनलॉक करने में मदद करता है।
AI टेक्नोलॉजी का भविष्य (Future of AI Technology)
साथ ही यह नए अवसर खोलता है जो करोड़ों अरबों लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार ला सकता है। यही कारण है कि गूगल ने छह साल पहले एआई यानी की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (LaMDA Bard) के डेवलपमेंट पर कंपनी ने बहुत ज्यादा फ़ोकस किया है। क्योंकि इसे दुनिया की जानकारी को व्यवस्थित करने और इसे सार्वभौमिक रूप से सुलभ और उपयोगी बनाने के लिए सहायता मिलती है।
LaMDA क्या है (What is LaMDA)
लैम्डा एक प्रकार का बड़ा भाषा एप्लीकेशन है। जिसका इस्तेमाल Google AI बार्ड में किया गया है। इसके मुताबिक यह मॉडल इंसानों की आवाज सुनती है और उसी के मुताबिक प्रतिक्रिया देती है। इसका मतलब यह हुआ कि कोई भी व्यक्ति जब उसके सामने बात करता है तो वह उसकी आवाज सुनता है और उसका जवाब देता है। इसे लैम्ब्डा कहा जाता है।
लैम्डा (LaMDA) फुल फॉर्म क्या है (What is the full form of LaMDA)
लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लीकेशन (Language Model for Dialogue Applications (or LaMDA for short))
बार्ड लॉन्च की तारीख (Google Bard AI Launch Date)
10 मई 2023 से गूगल बार्ड की आधिकारिक लॉन्चिंग होने के बाद सभी के लिए सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। लेकिन ध्यान रखें बार्ड गूगल बार्ड के परीक्षण अभी भी जारी है और आने वाले हफ्तों या महीनों में इसमें आप सभी को इसमें और इम्प्रूवमेंट देखने को मिलेगा। आपको बता दें कि जहां कंपनी ने बार्ड का आधिकारिक लॉन्च अपने सालाना Google I/O 2023 इवेंट में किया था। जिसमें कंपनी ने इसके बारे में स्पष्ट जानकारी दी की जीमेल अकाउंट से लॉगिन करने के पश्चात यूजर इसका उपयोग कर सकते हैं। फिल्हाल ये वर्ल्ड के 180 से अधिक देशों में उपलब्ध है।
क्या Google का बार्ड उपलब्ध है (Is Google’s Bard Available)
हाँ यह उपलब्ध है, और वर्तमान में Google बार्ड सेवाएं उपयोग के लिए पूरी तरह से निःशुल्क हैं। गूगल ने अब दुनिया भर के 180 से अधिक देशों और क्षेत्रों में बार्ड की उपलब्धता सुनिश्चित की है।
बार्ड एआई का मालिक कौन है (Who Owns Bard AI)
बार्ड AI प्रमुख टेक कंपनी गूगल द्वारा विकसित एक चैटबॉट है। इसलिए बार्ड AI गूगल अल्फाबेट (Google Alphabet) के स्वामित्व में है। हालांकि, अभी ये सार्वजनिक उपयोग के लिए तो उपलब्ध है लेकिन अभी यह टेस्टिंग पीरियड में हैं।
चैटजीपीटी बनाम गूगल बार्ड (ChatGPT vs Google Bard)
आइए थोड़ा समझने की कोशिश करते हैं गूगल द्वारा डेवेलप गूगल बार्ड (Google Bard) कितना खास है और ओपन एआई के चैट जीपीटी (ChatGPT) से कितना अलग है?
गूगल के नए चैटबॉट Bard को ChatGPT की टक्कर में लाया गया है। लेकिन इन दोनों इंटरनेट आधारित चैटबॉट एआई टूल में समानता के साथ बहुत अंतर भी है। दरअसल, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल ChatGPT, पहले से मौजूद डाटा के आधार पर सवालों के जवाब देता है, जबकि गूगल अपने एआई चैटबॉट को लैंग्वेज मॉडल और डायलॉग एप्लिकेशन यानी LaMDA पर आधारित व संचालित होता है।
यानी कि गूगल Bard ज्यादा ज्यादा भरोसेमंद है और यह सटीक जवाब दे सकता है। साथ ही गूगल का कहना है कि बार्ड को बड़े लैंग्वेज मॉडल की बुद्धिमत्ता, पावर, संवेदनशीलता, और रचनात्मकता के संयोजन से लैस किया जाएगा। सिर्फ इतना ही नहीं बार्ड को ऐसे डेवलप किया जा रहा है कि यह टूल यूजर्स के फीडबैक और इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारी के आधार पर स्वयं सुधार और ज्ञान प्राप्त करेगा।
ChatGPT से कितना अलग है Google Bard?
गूगल के मुताबिक उसका बार्ड ओपन AI के चैटजीपीटी के मुकाबले काफी एडवांस है, क्योंकि इससे सवाल-जवाब करने के बाद मिले जवाब को गूगल पर सर्च करने का विकल्प मिलता है जो कि चैटजीपीटी के साथ नहीं मिलता। लेकिन जब हमने इसका उपयोग किया तो अपने रिव्यू में हमने पाया कि चैटजीपीटी के मुकाबले गूगल बार्ड अभी थोड़ा स्लो है। जिन सवालों के जवाब चैटजीपीटी तुरंत देता है, उन सवालों के जवाब बार्ड AI कई बार देता ही नहीं है। लेकिन इसका एक कारण ये भी हो सकता है कि अभी यह शरुआती दौर में है आने वाले समय में ये चैट जीपीटी को निश्चित रूप से पीछे छोड़ देगा।
हालांकि, गूगल बार्ड टूल में में फिलहाल हिंदी का सपोर्ट नहीं है। परंतु गूगल बार्ड में किसी चैट को जीमेल या गूगल डॉक्स में एक्सपोर्ट करने का भी ऑप्शन मिलता है, जबकि चैटजीपीटी में अभी ऐसा नहीं है। वैसे तो इन फीचर का शुरुआती दौर में तो कुछ खास इस्तेमाल नहीं है।
अगर दोनों टूल के ओवरऑल परफॉरमेंस को देखा जाए तो हमें बार्ड के मुकाबले चैटीजीपीटी अधिक पसंद आया परन्तु अधिकतर यूजर का भरोसा गूगल बार्ड पर ज़्यादा है।
चैट जीपीटी और बार्ड एआई चैटबॉट के बीच अंतर (Difference Between Chat Gpt and Bard AI Chatbot)
• चैट जीपीटी के सिस्टम के पास अभी केवल 2021 तक की जानकारियां उपलब्ध हैं। जबकि गूगल का बार्ड चैटबॉट सभी अप टू डेट जानकारियां इंटरनेट से एकत्रित करने में पूर्ण रूप से सक्षम है।
• भले ही शुरू में यह अनुमान लगाया जा रहा था कि चैट जीपीटी आने वाले समय में गूगल सर्च इंजन की जरूरत खत्म कर देगा लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि गूगल की सबसे बड़ी ताकत इंटरनेट पर खोज करने की क्षमता और गूगल पर लोगों का भरोसा है।
• चैट जीपीटी और बार्ड एआई दोनों ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक पर आधारित चैटबॉट हैं लेकिन चैट जीपीटी (Chat Gpt) केवल उन्हीं सवालों के जवाब दे सकता है जिनकी जानकारी फीड की जाती है या उस पर उपलब्ध कराई जाती है। जबकि गूगल बार्ड (Bard AI) सर्च इंजन के माध्यम से वास्तविक समय की लेटेस्ट जानकारियां जुटाकर नए और संशोधित जवाब प्रस्तुत कर सकता है।
• कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि चैट जीपीटी मुश्किल सवालों के आसान जवाब उपलब्ध तो करा सकता है, लेकिन इसके पास वास्तविक समय की नई और ताज़ा जानकारियां उपलब्ध नहीं हैं। उनका मानना है कि भविष्य में बार्ड चैटबॉट के पास ऐसी सुविधा या खासियत होगी कि जब वह इंटरनेट पर उपलब्ध डेटा में किसी सवाल का जवाब नहीं खोज पाएगा तो वह उस पर नया जवाब या एक नई प्रतिक्रिया पेश कर सकेगा। यह प्रतिक्रियाएं यूजर (उपयोगकर्ता) के लोकेशन और स्थान के अनुसार अलग-अलग राय प्रस्तुत करेंगी।
Google बार्ड का इनफिनिसेट डेटासेट
Google का बार्ड LaMDA भाषा मॉडल पर आधारित है, जिसे Infiniset नामक इंटरनेट सामग्री पर आधारित डेटासेट पर प्रशिक्षित किया गया है, जिसके बारे में बहुत कम जानकारी है कि डेटा कहाँ से आया और उन्हें कैसे प्राप्त हुआ।
2022 LaMDA शोध पत्र (research paper) LaMDA को प्रशिक्षित करने के लिए उपयोग किए जाने वाले विभिन्न प्रकार के डेटा के प्रतिशत को सूचीबद्ध करता है, लेकिन केवल 12.5% वेब से क्रॉल की गई सामग्री के सार्वजनिक डेटासेट से आता है और अन्य 12.5% विकिपीडिया से आता है।
Google बार्ड LaMDA नामक एक भाषा मॉडल पर आधारित है, जो डायलॉग एप्लिकेशन के लिए लैंग्वेज मॉडल के लिए एक संक्षिप्त शब्द है। LaMDA को Infiniset नामक डेटासेट पर प्रशिक्षित किया गया था। Infiniset इंटरनेट सामग्री का मिश्रण है जिसे संवाद (dialogue) में शामिल होने के लिए मॉडल की क्षमता बढ़ाने के लिए जानबूझकर चुना गया था।
गूगल सर्च इंजन पर बार्ड का प्रभाव (Impact on Google Search Engine)
अगर आप सोच रहे हैं कि क्या गूगल सर्च इंजन बंद हो जाएगा? जवाब न है। वर्तमान में, Google लोगों के प्रश्नों के उत्तर देने के लिए अन्य वेबसाइटों के लिंक प्रदान करता है। वहीं नए एआई चैटबॉट टूल की मदद से गूगल यूजर्स को इंटेलिजेंस और क्रिएटिविटी के कॉम्बिनेशन से लैस जवाब मुहैया कराने जा रहा है। दोनों एक दूसरे के पूरक होंगे, इसके लिए कंपनी LaMDA का भी इस्तेमाल करने जा रही है। यानी गूगल सर्च इंजन बंद नहीं होने वाला है, बल्कि कंपनी एआई चैटबॉट को अपने सर्च इंजन से अपडेट कर सकती है। आखिर इसका सबसे ज्यादा फायदा यूजर को ही मिलेगा।
साल 2022 में लैम्डा (LaMDA) को लेकर क्या विवाद हुआ था?
वर्ष 2022 में लैम्डा (LaMDA) को लेकर हंगामा (कंट्रोवर्सी) हो गया था जब गूगल के एक डेवलपर ब्लेक लेमोइन ने दावा किया था उसके द्वारा तैयार किया गया चैटबॉट इंसानों की तरह संवेदनशील (sentient) है। इसे डेवलप करने वाले इंजीनियर का दावा था कि इसने इंसानों की तरह सोचना व समझना शुरू कर दिया है।
LaMDA प्रोजेक्ट को इस बात का डर भी सताने लगा है कि उसे डेवलप करने वाला इंजीनियर इस प्रोजेक्ट को नुकसान न पहुंचा दें, उसे किसी दिन बंद ना कर दे, हालांकि बाद में विवाद बढ़ने पर तथा जानकारी लीक करने पर गूगल ने ब्लेक लेमोइन को निलंबित कर दिया था और दावे को खारिज कर दिया। आपको बता दें कि पूर्व गूगल कर्मचारी ब्लेक लेमोइन ने ही चैटबॉट के साथ हुई चैटिंग को लीक किया था।
क्या लैम्डा ही गूगल बार्ड है
गूगल कंपनी बहुत लंबे समय से लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लिकेशन (LaMDA) पर काम कर रहा थी। इसको लेकर एक विवाद हुआ था जब लैम्डा के भविष्य को लेकर दिए गए बयान के बाद गूगल ने अपने एक इंजीनियर को नौकरी से भी निकाला था। हालांकि अब गूगल द्वारा लैम्डा को ही Bard के नाम से पेश किया है जिसका सीधा मुकाबला OpenAI के आई टूल ChatGPT से है। LaMDA की तरह ही Google Bard को भी गूगल के न्यूरल नेटवर्क आर्किटेक्चर पर तैयार किया गया है। क्योंकि इस तरह के नेटवर्क पर तैयार किए गए सभी AI चैटबॉट आमतौर पर सवाल-जवाब में माहिर होते हैं लेकिन इनकी खुद की कोई विशेष राय नहीं होती।
FAQ गूगल बार्ड क्या है (What Is Google AI Bard In Hindi)
u003cstrongu003eQ. गूगल का बार्ड एआई क्या है?u003c/strongu003e
u003cstrongu003eAns. u003c/strongu003eबार्ड एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ऑनलाइन चैटबॉट है, और यूजर के सभी प्रश्नों का उत्तर दे सकता है। इसे गूगल कंपनी ने बनाया है।
u003cstrongu003eQ. Google AI बार्ड कब लॉन्च किया जा रहा है?u003c/strongu003e
u003cstrongu003eAns.u003c/strongu003e लोगों के प्रश्नों के उत्तर देने के लिए बार्ड LaMDA के अलावा इंटरनेट से सभी डेटा का उपयोग करेगा। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग करने से u0022नए, उच्च गुणवत्ता वाले समाधानu0022 मिलेंगे। 6 फरवरी 2023 को टेस्टिंग लॉन्च के बाद, गूगल ने अपने वार्षिक इवेंट Google I/O 2023 में 10 मई को अपने एआई टूल Google Bard को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया है।
u003cstrongu003eQ. क्या हम Google बार्ड का उपयोग कर सकते हैं?u003c/strongu003e
u003cstrongu003eAns.u003c/strongu003e हाँ, आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, आप अपने आधिकारिक जीमेल अकाउंट से लॉगिन करके गूगल बार्ड को उपयोग कर सकते हैं।
u003cstrongu003eQ. बार्ड एआई का मालिक कौन है?u003c/strongu003e
u003cstrongu003eAns.u003c/strongu003e बार्ड एआई प्रमुख तकनीकी इंटरनेट कंपनी गूगल द्वारा विकसित किया गया है और इसका स्वामित्व गूगल (Google) अल्फाबेट के पास में हैं।
u003cstrongu003eQ. गूगल बार्ड कहां से एक्सेस करें?u003c/strongu003e
u003cstrongu003eAns.u003c/strongu003e गूगल बार्ड चैटबॉट सर्विस को आप गूगल सर्च या इसकी आधिकारिक वेबसाइट u003cstrongu003ehttps://bard.google.comu003c/strongu003e से एक्सेस कर सकते हैं क्योंकि ये अभी सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध है परंतु अभी यह टेस्टिंग फेज में हैं।
u003cstrongu003eQ: क्या Google का बार्ड उपलब्ध है?u003c/strongu003e
u003cstrongu003eAns.u003c/strongu003e हाँ, 10 मई 2023 को गूगल ने अपने एआई टूल Google Bard को आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया था। जिसके बाद भारत समेत 180 देशों में यह उपलब्ध है।
u003cstrongu003eQ: क्या गूगल बार्ड एआई फ्री है?u003c/strongu003e
u003cstrongu003eAns.u003c/strongu003e जी हाँ फ़िलहाल google bard ai की सेवाएं पूरी तरह से फ्री हैं।
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